पंजाब कांग्रेस में घमासान:सोनिया गांधी-सिद्धू की बैठक खत्म, बिना कुछ बोले हाथ जोड़कर निकले, पंजाब इंचार्ज हरीश रावत बोले-मैंने अपनी रिपोर्ट दे दी है

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Conflict in Punjab Congress

पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी का नया प्रधान बनाने की औपचारिक घोषणा से पहले ही पंजाब में घमासान मचा हुआ है। इसके बीच नवजोत सिद्धू की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से बैठक खत्म हो गई है। इसमें राहुल गांधी व पंजाब कांग्रेस के इंचार्ज हरीश रावत भी मौजूद रहे। बैठक खत्म होने के बाद सिद्धू ने कार के भीतर से ही हाथ जोड़े और बिना कुछ कहे 10 जनपथ से निकल गए। हालांकि पंजाब कांग्रेस इंचार्ज हरीश रावत ने सफाई दी कि उन्होंने कभी नहीं कहा कि नवजोत सिद्धू पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान होंगे। उन्होंने यह कहा था कि कोई भी प्रधान हो सकता है। उम्मीद जताई जा रही है कि पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष को लेकर आज या कल औपचारिक घोषणा हो सकती है। पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में प्रदेश कांग्रेस की कमान को लेकर कांग्रेस के भीतर बवाल मचा हुआ है।

हरीश रावत बोले, पंजाब कांग्रेस के प्रधान पर हाईकमान के फैसले का इंतजार

हरीश रावत ने मीडिया से कहा कि मैंने कांग्रेस प्रधान सोनिया गांधी को पंजाब में कांग्रेस के बारे में अपनी रिपोर्ट सबमिट कर दी है। अब फैसला वही करेंगी। नवजोत सिद्धू को प्रधान बनाने के सवाल पर हरीश रावत ने कहा कि मेरा बयान अपने हिसाब से पेश किया गया। उन्होंने कहा कि जैसे ही पार्टी व कांग्रेस अध्यक्ष फैसला करेंगी और मुझे आदेश मिलेगा, मैं पंजाब कांग्रेस के प्रधान के बारे में बता दूंगा। कैप्टन अमरिंदर सिंह की नाराजगी के मुद्दे पर उन्होंने कोई जवाब फिलहाल नहीं दिया है

बैठक से पहले पहुंचे कैप्टन के OSD
सोनिया गांधी व नवजोत सिद्धू की बैठक से पहले ही CM कैप्टन अमरिंदर सिंह के OSD नरिंदर भांबरी हाथ में कागज पकड़े 10 जनपथ यानी सोनिया गांधी के आवास में गए हैं। माना जा रहा है कि सिद्धू को लेकर किसी भी फैसले से पहले उन्होंने कैप्टन अमरिंदर सिंह के रुख के बारे में सोनिया गांधी तक संदेश पहुंचा दिया गया है।

बैठक में राहुल गांधी भी रहे मौजूद

बैठक में राहुल गांधी भी मौजूद रहे। पंजाब कांग्रेस में कलह के बाद नवजोत सिद्धू की सोनिया गांधी से यह पहली बैठक है। माना जा रहा है कि राहुल गांधी उनका पक्ष मजबूती से रखने के लिए पहुंचे हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह को सोनिया गांधी का करीबी माना जाता है और कुछ दिन पहले ही कैप्टन सोनिया से मिलकर भी आए थे। इस मुलाकात के बाद उन्होंने कहा था कि सोनिया गांधी जो भी फैसला करेंगी, उन्हें मंजूर होगा।

समर्थकों के लगाए सिद्धू के पोस्टर फाड़े गए
नवजोत सिद्धू को पंजाब प्रधान बनाने के संकेत के बाद गुरुवार को लुधियाना में उनके समर्थकों के लगाए पोस्टर फाड़ दिए गए। इसमें अमरिंदर को पंजाब का कैप्टन बताने के जवाब में सिद्धू को बब्बर शेर बताया गया था। वहीं, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के समर्थकों के ‘साड्‌डा नारा-कैप्टन दोबारा’ (हमारा नारा-कैप्टन दोबारा) के जवाब में सिद्धू समर्थकों ने ‘सारे पंजाब दी हुंगार, सिद्धू इस बार’ (पूरे पंजाब की आवाज, सिद्धू इस बार) के नारे लिखे थे।

अब तक क्या-क्या हुआ

  • कांग्रेस के पंजाब इंचार्ज हरीश रावत के हवाले से खबर आई कि नवजोत सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का प्रधान बनाया जा रहा है। इससे सिद्धू समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई और उनके समर्थन में पोस्टर लगने लगे।
  • इसका पता चलते ही CM कैप्टन अमरिंदर सिंह और उनके समर्थक एक्टिव हो गए। बताया जा रहा कि इसके बाद कैप्टन ने सोनिया गांधी को फोन कर ऐतराज जताया। यहां तक कि इसके विरोध में अपने इस्तीफे की पेशकश कर दी।
  • नवजोत सिद्धू के पंजाब कांग्रेस के प्रधान बनने की चर्चा के बाद अमृतसर में श्री दरबार साहिब में माथा टेकने का प्रोग्राम सामने आया। जिसके लिए अमृतसर में समर्थकों ने तैयारियां भी शुरू कर दी थीं।
  • गुरुवार शाम को कांग्रेस के पंजाब इंचार्ज हरीश रावत ने सफाई दी कि उन्होंने यह नहीं कहा कि सिद्धू पंजाब प्रधान होंगे बल्कि यह कहा कि सिद्धू भी हो सकते हैं।
  • गुरुवार शाम को ही कैप्टन के मीडिया एडवाइजर रवीन ठुकराल ने ट्वीट किया कि कैप्टन न तो इस्तीफा दे रहे और न ही इसकी पेशकश की। वो अगले साल विधानसभा चुनाव में पंजाब कांग्रेस को लीड करेंगे।
  • नवजोत सिद्धू ने कैप्टन से नाखुश मंत्री सुखजिंदर रंधावा के घर पर दूसरे नाराज मंत्रियों और विधायकों के गुट से बैठक की। जिसमें कैप्टन पर खुलकर हमला बोल रहे प्रगट सिंह समेत कुछ विधायक और मंत्री शामिल हुए।
  • कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी सिसवां फार्म हाउस में समर्थक मंत्रियों और सांसदों के साथ देर रात तक बैठक की। जिसमें उनके सलाहकार भी मौजूद रहे।
  • शुक्रवार सुबह श्री आनंदपुर साहिब से सांसद मनीष तिवारी का ट्वीट आया। उन्होंने पंजाब में सिख और हिंदुओं की आबादी का प्रतिशत बताते हुए लिखा कि बराबरी सामाजिक न्याय की बुनियाद है। अप्रत्यक्ष तरीके से उन्होंने CM और पंजाब प्रधान को लेकर सिख चेहरे का विरोध किया।

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