पिरामिड की तरह दिखने वाली दुनिया की विचित्र गोभी पर वैज्ञानिकों ने नई रिसर्च की है। यह गोभी इतनी विचित्र क्यों दिखती है, वैज्ञानिकों ने इसकी वजह बताई है। इसे आम भाषा में रोमनेस्को कॉलीफ्लॉवर और रोमनेस्को ब्रॉकली भी कहा जाता है। यह सेलेक्टिव ब्रीडिंग का बेहतरीन उदाहरण है। इसकी बनावट पर फ्रेंच नेशनल सेंटर फॉर साइंटिफिक रिसर्च के वैज्ञानिकों ने अध्ययन किया है।
इसलिए होता है पिरामिड जैसा आकार
शोधकर्ता फ्रांस्वा पार्सी का कहना है, इस गोभी के विचित्र दिखने की वजह इसका फूल है। गोभी में मौजूद दानेदार फूल दरअसरल बड़े फूल में तब्दील होना चाहते हैं, लेकिन ऐसा हो नहीं पाता है। इसका निचला हिस्सा तने में तब्दील हो जाता है और ऊपरी हिस्सा कली बनकर रह जाती हैं। ऐसा इतनी बार होता है कि एक कली के ऊपर दूसरी कली चढ़ती जाती है। इस तरह ये पिरामिड जैसे दिखने लगते हैं।
फूल का 3डी-मॉडल तैयार किया
शोधकर्ता एलेक्जेंडर बुक्श कहते हैं, इस गोभी की पिरामिड जैसी आकृति का पता लगाना इसलिए जरूरी था क्योंकि इसमें किसी तरह की बीमारी हो तो उसे सुधारा जा सके। ऐसी आकृति का पता लगाने के लिए गोभी के अलग-अलग फूल का 3डी- मॉडल तैयार किया ताकि इसे बेहतर तरीके से समझा जा सके।
रिसर्च कहती है कि यह गोभी एक फूल की तरह अपनी पहचाने की कोशिश करती है। सामान्य गोभी और रोमनेस्को के फूलों में भी अंतर है। सामान्य गोभी में फूल आपस में काफी सटे रहते हैं जबकि रोमनेस्को कॉलीफ़्लॉवर फूलों की संख्या सामान गोभी के मुकाबले ज्यादा होती है। इनके अलग दिखने की एक वजह यह भी है। इसके फूल पिरामिड जैसे होते हैं जबकि दूसरी गोभी और ब्रॉकली में गोल होते हैं।
विटामिन-सी और के से भरपूर है
रोमनेस्को कॉलिफ्लॉवर में विटामिन-सी और के अलावा फायबर व कैरोटिनॉयड्स पाया जाता है। इसका इस्तेमाल सब्जी और सलाद के तौर पर किया जाता है। यूरोपीय और अमेरिकी देशों में इसकी खेती होती है। अमेरिका में यह 2 हजार से 2200 रुपए किलो की दर पर मिलती है। गोभी की यह प्रजाति पत्तागोभी, ब्रॉकली और काले के साथ उगाई जाती है।