विधानपरिषद में एक समय ऐसा भी आया जब राजद के विधान पार्षद रामबली सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यो की सराहना की। यह वाकई आश्चर्यजनक रहा। क्योंकि लालू यादव की पार्टी राजद बीजेपी और भगवा की हमेशा धुर राजनीतिक विरोधी रही है।
सपा के हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई. इतना ही नहीं विधानपरिषद की कार्यवाही दोबारा शुरू होते ही सपा नेताओं ने फिर हंगामा किया. फिलहाल विधानपरिषद को 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है.
उन्होंने कहा कि बीते वर्ष यूपी की विधानसभा में संवैधानिक अधिकारों के साथ दायित्वों पर भी चर्चा हुई थी। राज्यपाल का सम्मान करना सभी दलों का दायित्व है। राज्यपाल किसी पार्टी का नहीं पूरे प्रदेश का होता है। राज्यपाल पर टिप्पणी करना पीड़ादायक है।
सीएम योगी ने सदन में अज्ञेय की पंक्तियों के जिक्र किया- ‘सर्प तुम कभी नगर नहीं गए, नहीं सीखा तूने वहां बसना, तो फिर कहां से विष पाया, कहां सीखा डासना।’ सीएम ने कहा कि राज्य के प्रति सिर्फ सत्ता पक्ष का ही नहीं विपक्ष का भी दायित्व है।