भारत में जानलेवा कोरोना वायरस की दूसरी लहर तेजी से फैल रही है. अमेरिका एक तरफ दावा करता है कि संकट की इस घड़ी में वह भारत के साथ है, वहीं दूसरी तरफ उसने भारत को कोरोना वैक्सीन का कच्चा माल देने पर रोक लगा दी है. अमेरिका का कहना है कि उसका पहला दायित्व अमेरिकी लोगों की जरूरतों को देखना है.
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने अपने में कहा है कि अमेरिका कोरोना काल में भारत के प्रति गहरी सहानुभूति रखता है। अमेरिका इस वैश्विक महामारी से निपटने में भारत की कैसे मदद करनी है, इसके लिए तरीके पहचानने का काम कर रहा है। जिसके लिए हम राजनीतिक एवं विशेषज्ञों के स्तर पर भारतीय अधिकारियों के साथ बात कर रहे हैं।
अमेरिकी प्रशासन ने कहा, हम समझते हैं कि भारत में कोविड-19 की स्थिति एक वैश्विक चिंता बनी हुई है। हम अपने भारतीय मित्रों को इस महामारी से जूझते हुए देख रहे हैं, हम यह भी स्वीकार करेंगे कि यह केवल भारत के लोगों पर ही नहीं बल्कि पूरे दक्षिण एशिया में और दुनिया में सभी के लिए खतरा है।