ताइवान और चीनी सेना के बीच बिगड़ते हालातों को लेकर अमेरिका ने जताई चिंता, कही ये बड़ी बात

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अमेरिकी राजनयिक की ताइवान यात्रा से चीन भड़का हुआ है, जिसके चलते दोनों देशों के बीच एक बार फिर तनाव बढ़ता दिखाई दे रहा है। चीन ने एक बार फिर ताइवान के वायुक्षेत्र में अपने 8 एच-6के परमाणु बॉम्बर्स को उड़ाया है, जिसके बाद ऐक्शन में आए ताइवान ने भी अपनी मिसाइलों का मुंह चीन के बॉम्बर्स की तरफ कर दिया। तनाव बढ़ता देख चीन ने जहाज तुरंत ही ताइवान की वायुसीमा के बाहर भाग गए।

एक बयान में उन्होंने बीजिंग से अनुरोध किया कि वह ताइवान पर अपने सैन्य, राजनयिक और आर्थिक दबाव को समाप्त करके लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए ताइवान के प्रतिनिधियों के साथ सार्थक बातचीत करे। उन्होंने कहा, ”हिंद प्रशांत क्षेत्र में साझा समृद्धि,सुरक्षा और मूल्यों को आगे बढ़ाने के लिए हम मित्रों और सहयोगियों के साथ खड़े हैं।”

प्राइस ने कहा कि अमेरिका जलडमरूमध्य पार के मुद्दों के शांतिपूर्ण समाधान को समर्थन देना जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका ‘थ्री कम्यूनीक्स,’ ताइवान रिलेशन्स एक्ट और ‘सिक्स एश्योरेंसेज’ में रेखांकित प्रतिबद्धताओं पर कायम है। प्राइस ने कहा, ”हम पर्याप्त आत्म-रक्षा क्षमताओं को बरकरार रखने में ताइवान की मदद करेंगे। ताइवान के प्रति हमारी प्रतिबद्धता दृढ़ है और ताइवान जलडमरूमध्य के आर-पार और क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बनाए रखने में योगदान देने वाली है।”

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