अमेरिका में जो बाइडेन के राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका सऊदी अरब संबंधों के समीकरण बदलने लगे हैं। अमेरिका ने पत्रकार जमाल खशोग्गी की हत्या को लेकर सऊदी अरब के 76 नागरिकों को प्रतिबंधित कर सकता है।
माना जा रहा है कि इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद बाइडन प्रशासन पर राजघराने को हत्या के लिए जिम्मेदार ठहराने का दबाव बढ़ सकता है. दो अक्टूबर 2018 को खशोगी की मौत के बाद अमेरिका में दोनों राजनीतिक पार्टियों के साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गुस्सा जाहिर किया गया था.
खशोगी को सऊदी अरब के वली अहद मोहम्मद बिन सलमान का कड़ा आलोचक माना जाता था.हालांकि, अभी तक इस निष्कर्ष को आधिकारिक रूप से सार्वजनिक नहीं किया गया है.
रिपोर्ट ऐसे समय सामने आयी है, जब एक दिन पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने सऊदी के नरेश सलमान से शिष्टाचार वार्ता की थी. हालांकि, व्हाइट हाउस की ओर से वार्ता के संबंध में जारी बयान में इस दौरान पत्रकार की हत्या का मामला सामने आने का कोई जिक्र नहीं किया गया था. इसमें कहा गया था कि दोनों ने दोनों देशों के बीच दीर्घकालिक साझेदारी पर चर्चा की.
ब्लूमबर्ग ने विदेश मंत्रालय के दस्तावेजों के हवाले से शुक्रवार को अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी। ब्लूमबर्ग ने बताया कि विदेश मंत्रालय ने अपनी नई’खाशोगी नीति’के तहत संभावित प्रतिबंधों की पहचान की है.