असम के दीमा हसाओ जिले में दीयुंगबरा के पास गुरुवार रात संदिग्ध उग्रवादियों ने सात ट्रकों में आग लगा दी। इससे पांच ट्रक ड्राइवरों की जलकर मौत हो गई। रिपोर्ट के मुताबिक, आगजनी से पहले संदिग्ध उग्रवादियों ने कई राउंड फायरिंग भी की। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने पांच शव बरामद किए हैं। यह घटना राजधानी गुवाहाटी से करीब 200 किलोमीटर की दूरी पर हुई।
असम पुलिस ने कहा कि इस घटना के पीछे उग्रवादी गुट दिमासा नेशनल लिबरेशन आर्मी (DNLA) का हाथ हो सकता है। जिले के SP ने कहा कि घटना के बाद इलाके में बड़े स्तर पर सर्च ऑपरेशन जारी है। बदमाशों को पकड़ने के लिए असम राइफल्स की मदद ली जा रही है।
कुछ दिनों पहले ही असम और मिजोरम के बीच सीमा विवाद में 5 पुलिसकर्मियों समेत 6 लोगों की मौत हो गई थी। दोनों राज्यों की पुलिस और नागरिकों के बीच झड़प हुई थी। दोनों तरफ से पहले लाठियां चलीं, मामला बढ़ा तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। इस बीच फायरिंग भी हुई। हिंसा के बाद तनाव के बीच असम और मिजोरम के बीच विवादित बॉर्डर पर CRPF की तैनाती करनी पड़ी।
इससे पहले मई में असम राइफल्स और राज्य पुलिस ने ज्वॉइंट ऑपरेशन चलाकर DNLA के 7 उग्रवादियों को मार गिराया था। मुठभेड़ नगालैंड की सीमा से सटे पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले में हुई। सुरक्षाबलों को यहां उग्रवादियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। इसके बाद सर्च ऑपरेशन चलाया गया।
इस दौरान उग्रवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में 7 बदमाश मारे गए। साथ ही उनके 2 साथी मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल हुए। पुलिस के मुताबिक मारे गए उग्रवादियों के पास से बड़ी तादाद में गोला-बारूद और 4 AK-47 बरामद की गईं।
इस उग्रवादी संगठन के प्रमुख का नाम नाइसोदाओ दिमासा और सचिव का नाम खारमिनदाओ दिमासा है। ये उग्रवादी संगठन असम केदीमा हसाओ और पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले में एक्टिव है। इससे पहले 19 मई को DNLA के उग्रवादियों ने धनसिरी इलाके में एक युवक का मर्डर किया था। इस घटना के बाद से सुरक्षाबलों की टीम ने इस इलाके में बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया।