नए साल में भारत को मिल सकती हैं स्वदेशी कोरोना वैक्सीन, 116 जिलों में टीकाकरण का ट्रायल जारी

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नए साल में कोरोना की वैक्सीन मिलने की आस बढ़ गई है। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने टीकाकरण की तैयारियां भी युद्ध स्तर पर शुरू कर दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की अगुवाई में शनिवार को देशभर के 116 जिलों में 259 स्थानों पर टीकाकरण का ट्रायल किया जा रहा है। इसे ड्राय रन भी कहा जा रहा है। दिल्ली में ड्राई रन के मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन भी पहुंचे।

ड्राई रन उसी तरह किया जा रहा है, जिस तरह वैक्सीन आने पर टीकाकारण के बारे में प्लान किया गया है या जैसे वैक्सीन लगाई जाएगी. इस ड्राई रन में वैक्सीन नहीं दी जाएगी, सिर्फ लोगों का डेटा लिया जा रहा है और उसे coWin एप पर अपलोड किया जा रहा है. माइक्रो प्लानिंग, सेशन साइट मैनेजमेंट और ऑनलाइन डेटा सिक्योर करने जैसी कई चीजों का परीक्षण किया जा रहा है.

नए साल के पहले दिन ही CDSCO के एक्सपर्ट पैनल ने ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से ऑक्सफोर्ड और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन कोविशील्ड को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंज़ूरी देने की सिफारिश की है. कमेटी के इस फैसले से भारत को कोरोना महामारी के खिलाफ अपनी पहली वैक्सीन मिलने का रास्ता लगभग तया माना जा रहा है. ‘कोविशील्ड’ वैक्सीन का निर्माण भारत की सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कर रही है.

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